गुरुवार, 28 फ़रवरी 2013

ब्रज के तीन अभागे संत !

(लीजेण्‍ड न्‍यूज़ विशेष)
योगीराज भगवान श्रीकृष्‍ण की जन्‍मस्‍थली, ब्रजभूमि तथा ब्रजवासियों के लिए कार्ष्‍णि गुरू शरणानंद, साध्‍वी ऋतंभरा और कृपालु महाराज जैसे धर्मगुरू क्‍या अब एक बोझ बन गये हैं ?
इन साधुवेशधारी तथाकथित धर्मगुरूओं द्वारा बड़े-बड़े मठ, मंदिर एवं आश्रमों के जरिये ब्रजभूमि में वास करके क्‍या सिर्फ और सिर्फ अपनी दुकानें चलाई जा रही हैं ?
कृष्‍ण की पटरानी कहलाने वाली यमुना के अस्‍तित्‍व पर ही ब्रजमण्‍डल में गहरा प्रश्‍नचिन्‍ह अंकित हो जाने के बावजूद यमुना को लेकर शुरू किये गये आंदोलन से गुरू शरणानंद, ऋतंभरा और कृपालु की उदासीनता क्‍या यही दर्शाती है ?

बुधवार, 27 फ़रवरी 2013

यूपी: वार्ता विफल, हजारों शिक्षक गिरफ्तार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर बुधवार को विधानसभा भवन के सामने धरना पर बैठे सूबे के डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों को राज्य सरकार ने बुधवार को बातचीत का न्यौता तो भेजा, लेकिन वार्ता विफल रही, जिसके बाद हजारों शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया गया।
डिग्री कॉलेज के हड़ताली शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राज्य के नगर विकास मंत्री आजम खान से मिला, लेकिन उनकी वार्ता सफल नहीं हो पाई। इसके बाद विधानसभा भवन के सामने धरना पर बैठे हजारों शिक्षकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी शिक्षकों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हजारों शिक्षकों को गिरफ्तार कर बसों से जेल भेज दिया। पुलिस को शिक्षकों को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा।

ढोंग या सच्चाई ?

लगभग तीस महिलाएँ, पुरुष और बच्चे हाथ हिला-हिलाकर, झूम झूमकर नाच रहे हैं. स्टेज पर एक नौजवान गिटार बजा रहा है और कई लड़के लड़कियाँ एक साथ गा रही हैं.
ये किसी पार्टी का दृश्य नहीं है.

मुंबई के पास अम्बरनाथ में ये एक चर्च का दृश्य है, जहाँ हर महीने के पहले हफ़्ते में अलग- अलग धर्मों के लोग लाइलाज बीमारियों से मुक्ति पाने या ‘चंगाई’ हासिल करने के लिए इकट्ठा होते हैं.
इसके बाद उनमें से ज़्यादातर ईसाई धर्म को अपना लेते हैं.
चर्च के अधिकारियों का फिर भी कहना है कि ये धर्म परिवर्तन नहीं बल्कि ‘मन परिवर्तन है’.
सभा के बीच में कुछ महिलाएँ और पुरुष स्टेज पर आकर अपने अनुभव बताते हैं और कहते हैं कि चर्च आने के बाद कैसे उन्हें बीमारियों से छुटकारा मिल गया.
वहाँ मौजूद सब लोग इन विवरणों को सुनकर तालियाँ बजाते हैं.

मंगलवार, 26 फ़रवरी 2013

एक वो रेलमंत्री थे, एक ये रेलमंत्री हैं

भारतीय रेल नेटवर्क दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा नेटवर्क है। इतना बड़ा नेटवर्क होने के बावजूद रेल दुर्घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पाया है।
औसतन देश में हर साल 300 दुर्घटनाएं होती हैं। इनमें छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं शामिल हैं। इतनी दुर्घटनाएं होने के बावजूद आजादी के बाद से लेकर आज तक सरकार इन्हें रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है।
यही नहीं, दुर्घटना के वक्त जो भी रेल मंत्री होता है, वह जिम्मेदारी लेने के बजाए दूसरों पर जिम्मेदारी डाल कर पीछे हट जाता है।
हमारे रेल मंत्रियों को लाल बहादुर शास्त्री से सीख लेनी चाहिए।
शास्त्री 13 मई 1952 से लेकर 7 दिसंबर 1956 तक रेल मंत्री थे। उन्होंने सितंबर 1956 को एक रेल दुर्घटना होने पर अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी।
इस दुर्घटना में 112 लोगों की मौत हो गई थी। उस वक्त प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने उनका इस्तीफा मंजूर करने से मना कर दिया था।
हालांकि तीन महीने बाद तमिलनाडु के अरियालुर में हुई रेल दुर्घटना (जिसमें144 लोगों की मौत हो गई थी) की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए शास्‍त्री जी ने पद से इस्तीफा दे दिया।

सोमवार, 25 फ़रवरी 2013

झूठा कौन...HM, CM OR IB

नई दिल्ली। हैदराबाद बम धमाकों के तीन दिन बाद भी इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) द्वारा भेजे जाने वाले खुफिया अलर्ट का सच सामने नहीं आया है। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी के बयान तो अलग-अलग हैं ही, साथ में केंद्रीय गृह मंत्रालय के अफसर भी अलग-अलग जानकारी दे रहे हैं।

रविवार, 24 फ़रवरी 2013

विधायकों के लिए मोदी "एप" रखना अनिवार्य

गुजरात भाजपा के बड़े नेताओं, मंत्रियों और विधायकों को हर हाल में अपने मोबाइल फोन में मोदी एप रखना होगा।
मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के सभी नेताओं को अपने मोबाइल फोन में यह सुविधा रखने का निर्देश दिया है ताकि नेता उनकी ताजा गतिविधियों से अवगत रहें।
छरोड़ी में आयोजित तीन दिवसीय वर्कशॉप में शिरकत करने वाले भाजपा विधायक उस समय सन्न रह गए जब प्रदेश भाजपा की आईटी टीम ने उनसे मोदी एप के बारे में पूछा। आईटी टीम ने विधायकों से पूछा कि उन्होंने अपने मोबाइल फोन में मोदी एप डाउनलोड किया है अथवा नहीं।

शनिवार, 23 फ़रवरी 2013

मैला ढोने वालों को पुजारी बनवायेंगे मोदी

अहमदाबाद। गुजरात के कुछ इलाकों में जहां दलितों को अभी भी मंदिरों में प्रवेश नहीं दिया जाता वहीं नरेंद्र मोदी सरकार ने एक परिवर्तनकारी फैसला किया है। राज्‍य सरकार ने सर पर मैला ढोनेवालों को मंदिरों में पुजारी बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए उन्हें हिंदू रीति-रिवाज के तहत विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वह सभी कर्मकाण्ड विधिवत करा सकें।
एक अंग्रेजी समाचार पत्र के अनुसार, सामाजिक न्याय विभाग ने सफाई कामदारों के प्रशिक्षण के लिए 2013-14 के बजट में 22.50 लाख रुपये निर्धारित की है। इन्हें सोला भागवत पीठ और सोमनाथ संस्कृत विद्यापीठ जैसे संस्‍थानों में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।

गौमांस निर्यात में भारत नम्‍बर- 1

न्‍यूयॉर्क। अमरीकी कृषि विभाग का कहना है कि बीफ़ के निर्यात में दुनिया में नंबर एक देश ब्राज़ील को भारत जल्द ही पीछे छोड़ सकता है.
हिंदू बहुल भारत से बीफ़ का बड़े पैमाने पर निर्यात चौंकाने वाली बात लगती है. मगर भारतीय बीफ़ दरअसल भैंस का मांस है जिसकी मांग दुनिया भर में बढ़ रही है.
अंतरराष्ट्रीय व्यापार की भाषा में बीफ़ शब्द का इस्तेमाल गाय नहीं भैंस के मांस के लिए किया जाता है.
बीफ़ के निर्यात में ब्राज़ील के बाद भारत दूसरे नंबर पर है. यही नहीं दुनिया के कुल बीफ़ निर्यात में एक-चौथाई हिस्सा भारत का है.
‘पिंक रेवोल्यूशन’ या गुलाबी क्रांति कहे जाने वाले इस कारोबार से भारत ने पिछले साल 13,000 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई की.
भारतीय बीफ़ के खरीददार
मोहाली के एक बूचड़खाने से टनों माँस निर्यात किया जाता है. वर्ष 2008 से 2011 के बीच भारत से होने वाले बीफ का निर्यात दोगुना बढ़ा है.

शुक्रवार, 22 फ़रवरी 2013

दो पंचलाइन, दो अखबार, दो विज्ञापन

(लीजेण्‍ड न्‍यूज़ विशेष)
दो पंचलाइन, दो अखबार और दो तरह के विज्ञापन। इनमें से एक अखबार तरक्‍की के लिए नया नजरिया रखने की बात करता है और दूसरा विश्‍व में अपनी सर्वाधिक रीडरशिप का सेल्‍फ दावेदार है।
अब जरा इनके विज्ञापनों पर गौर कीजिए-
1- ....फ्रेंडशिप क्‍लब के साथ जुड़ें और हाईप्रोफाइल हाउस वाइव्‍स, कॉलगर्ल से मीटिंग एंजॉयमेंट कर 15000-75000 रुपये कमाएं।
2- ...लव इंटरनेशल सीक्‍योरिटी एण्‍ड सीक्रेसी स्‍यॉर सर्विस... हाउस वाइव्‍स, कॉलगर्ल से एंजॉयमेंट कर 12000-36000 रुपये रोजाना कमाएं।
3- सेक्‍सी लव फ्रेंडशिप..100% जॉब, हाईप्रोफाइल, फुल एंजाय पार्ट/फुलटाइम कर 11000-31000 तक कमाएं।
4- फ्रेंडशिप एण्‍ड मसाज क्‍लब...(ऑल इंडिया गवर्मेंट सर्विस) सभी उम्र के मेल/फीमेल हाई सोसायटी हाउस वाइव्‍स से हजारों रुपये रोज कमाएं।
5- हैलो दोस्‍त...गपशप..दिल की बात संपर्क करें मोबाइल नंबर **********
6- खुला चेलेंज: मनचाहा स्‍त्री-पुरुष वशीकरण 600 रुपये में। काली शक्‍ति द्वारा लव मैरिज, खोया प्‍यार, जुए-सट्टे में सफलता।
8- कृपया औरत ही फोन करें क्‍योंकि एक औरत ही दूसरी औरत का दर्द समझ सकती है: प्रेम विवाह, मनचाहा वशीकरण, सौतन से छुटकारा। संपर्क करें...
9- मनचाहा समाधान: स्‍त्री-पुरुष, जिस पर चाहें 1 घण्‍टे में वशीकरण कराऐं।
10- खुला ऐलान: 10 मिनट में दुश्‍मन को तड़पता देखो, मनचाहा प्‍यार पाओ। वशीकरण, मुठकरणी आजमाओ। 
ये वो विज्ञापन हैं जो क्‍लासीफाइड के रूप में सभी प्रमुख अखबारों द्वारा छापे जाते हैं।
इन विज्ञापनों के साथ अखबार द्वारा एक कोने में इस आशय की वैधानिक चेतावनी भी छाप दी जाती है- '' पाठकों को सलाह दी जाती है....

सहारा से मत करो लेन-देन:सेबी


बाजार नियामक सेबी ने सहारा समूह की दो कंपनियों और उसके प्रवर्तक समेत समूह के प्रमुख सुब्रत राय के साथ किसी भी प्रकार के लेन-देन को लेकर निवेशकों तथा आम लोगों को आगाह किया है।
कुछ दिन पहले सेबी ने सहारा समूह की दो कंपनियों सहारा इंडिया रीयल एस्टेट कार्प लिमिटेड तथा सहारा हाउसिंग इनवेस्टमेंट कार्प लिमिटेड एवं समूह के चेयरमैन सुब्रत राय समेत उसके प्रवर्तकों के बैंक खातों, निवेश तथा अन्य सभी संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया था जिसके बाद यह चेतावनी जारी की गई है।
सेबी ने कहा कि कोई भी इन कंपनियों तथा उसके तीन प्रवर्तकों एवं निदेशकों के साथ लेन-देन करता है तो वह उसका खुद उत्‍तरदायी होगा।

गुरुवार, 21 फ़रवरी 2013

भारतीय संविधान में ‘बजट’ शब्द का उल्लेख नहीं

नई दिल्‍ली। जिस आम बजट को लेकर आम लोगों और नौकरी पेशा व्यक्तियों से लेकर वित्तीय विश्लेषकों को बड़ी उत्सुकता के साथ प्रतीक्षा रहती है, देश के संविधान में इसका उल्लेख ‘बजट’ नहीं बल्कि ‘वार्षिक वित्तीय वक्तव्य’ के रूप में किया गया है।

इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर केस में IPS अरेस्ट

अहमदाबाद। गुजरात में 2004 में हुए इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर केस में सीबीआई ने गुरुवार को गुजरात पुलिस के आईपीएस अधिकारी जीएल सिंघल को अरेस्ट किया। इस केस में यह पहली गिरफ्तारी है। आईपीएस अधिकारी सिंघल इशरत जहां का एनकाउंटर वाली टीम को लीड कर रहे थे। उन पर गवाहों को बहकाने का आरोप भी है।
गौरतलब है कि इशरत मुंबई की निवासी थी। 15 जून 2004 को अहमदाबाद के नजदीक गुजरात क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे जावेद गुलाम शेख उर्फ प्रणेश कुमार पिल्लई, अमजद अली उर्फ राजकुमार अकबर अली राणा और जिशान जौहर अब्दुल गनी के साथ एक मुठभेड़ में मारा गिराया था।

मेघालय चुनाव में हिटलर, कैनेडी व बॉम्बर..!

शिलांग। मेघालय में इस बार चुनाव मैदान में हिटलर, सिकंदर, कैनेडी, माफिया और बॉम्बर मैदान में हैं? चौंकिए मत, इस बार मेघालय के चुनावी मैदान में उतरे 346 उम्मीदवारों में ऐसे नाम वाले उम्मीदवारों की सूची काफी लंबी है।
राज्य में 23 फरवरी को होने वाले चुनाव में हिलेरियस, प्रेडीसीजर, बोल्डनेस, हैमलेट और नेस्टिंग नाम के उम्मीदवार भी शामिल हैं।
उम्मीदवारों के अलावा राज्य में कुछ मतदाताओं के नाम भी हैरान करने वाले हैं जैसे थाइलैंड, न्यूयॉर्क और सबमरीन। राज्य के इतिहासकारों का कहना है कि इस तरह के नाम औपनिवेशिक खुमारी का नतीजा हैं।
पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय के इतिहासकार डॉ. अमांडा पसाह ने बताया कि उन पर (नामों पर) हंसना गलत होगा क्योंकि ऐसे नामों के लिए किसी पर दोष नहीं मढ़ा जा सकता।

बुधवार, 20 फ़रवरी 2013

विदेशी NGO के इशारे पर काम कर रहा है मीडिया

आसाराम बापू ने पर आरोप लगाया है कि मीडिया विदेशी एनजीओ के इशारे पर संतों को बदनाम कर रहा है.
प्रवचनकर्ता आसाराम बापू ने बुधवार को कहा कि विदेशी गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) धन का इस्तेमाल करके मीडिया के जरिये उन्हें तथा देश के अन्य संत-महात्माओं को बदनाम करने की मुहिम चला रहे हैं.
आसाराम ने बलिया में अपने एक कार्यक्रम से इतर संवाद्दाताओं से बातचीत में किसी का नाम लिये बगैर कहा कि विदेशी एनजीओ के धन के लालच में आकर मीडिया संत-महात्माओं के बारे में अनर्गल बातें फैला रहा है. यह उन संगठनों का हिन्दू संस्कृति तथा संतों को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा है.

मोदी की 5 चियर गर्ल्स

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी दिन-ब-दिन लोकप्रिय होते जा रहे हैं। लोकप्रियता के साथ ही मोदी का उत्साह भी बढ़ता जा रहा है। मोदी के बढ़ते उत्साह के पीछे भाजपा की पांच महिला नेत्रियां हैं, जो हर वक्त उनका बचाव करने के लिए खड़ी हो जाती हैं।
इनमें सबसे पहला नाम आता है स्मृति ईरानी का, जो गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं। भाजपा में आने से पहले स्मृति टीवी धारावाहिकों में काम करती थीं। वह टीवी सीरियल 'सास भी कभी बहू थी' से मशहूर हुईं। स्मृति हमेशा टीवी कार्यक्रमों में मोदी का बचाव करते हुए नजर आती हैं।

शनिवार, 16 फ़रवरी 2013

Exclusive Interview:हथिनी कुण्‍ड में बंधक है यमुना: जयकृष्‍णदास

01 मार्च को लाखों लोगों के साथ मथुरा से दिल्‍ली कूच करने जा रहे संत जयकृष्‍ण दास ने कहा कि अब कोर्ट के आदेश-निर्देशों पर अमल करने व कराने का समय बीत चुका, अब तो यमुना को मुक्‍त करने से कम की किसी बात पर भरोसा नहीं किया जायेगा।
(लीजेण्‍ड न्‍यूज़ विशेष)
हमारा आंदोलन हथिनी कुण्‍ड में बंधक बनाकर रखी गई यमुना को मुक्‍त कराने के लिए है, न कि उससे आगे दिल्‍ली की गंदगी से पैदा हुई उस नई यमुना के लिए जो यमुना का भ्रम कराती है और जिसे प्रदूषण मुक्‍त कराने के नाम पर अब तक धोखा दिया जाता रहा है।
यह कहना है यमुना रक्षक दल के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष संत जयकृष्‍ण दास तथा राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष एडवोकेट राकेश यादव का।
'लीजेण्‍ड न्‍यूज़' से हुई विशेष भेंट वार्ता में संत जयकृष्‍ण दास ने कहा कि हथिनी कुण्‍ड से आगे जब यमुना का एक बूंद जल प्रवाहित नहीं हो रहा तो फिर यमुना को प्रदूषण मुक्‍त कराने की बात बेमानी है।
उन्‍होंने कहा कि अब तक नाले को प्रदूषण मुक्‍त कराने के नाम पर हजारों करोड़ रुपया बर्बाद किया जा चुका है इसलिए यमुना रक्षक दल अब प्रदूषण मुक्‍ति की नहीं, यमुना को मुक्‍त  कराने की लड़ाई लड़ने जा रहा है। जब यमुना मुक्‍त हो जायेगी, तब उसे प्रदूषण रहित रखने का पुख्‍ता बंदोबस्‍त किया जायेगा।

शुक्रवार, 15 फ़रवरी 2013

हर दिन यमुना में गिरती 35 करोड़ ली. गंदगी

यमुनोत्री से अमृत धारा की तरह बहने वाली यमुना ब्रज में पहुंचते-पहुंचते विषधारा बन जाती है। इसमें देश की राजधानी दिल्ली की बड़ी भूमिका है। अकेले दिल्ली ही 17 विशाल नालों के माध्यम से यमुना में प्रतिदिन 35 करोड़ लीटर गंदा पानी उड़ेल रही है।
कालिंदी की दुर्गति में इसे मां की तरह पूजने वाले ब्रजवासियों की भी भागीदारी है।
मथुरा और वृंदावन से दो दर्जन छोटे-बड़े नाले इसमें गिराए जा रहे हैं। हथिनी कुंड से कान्हा की नगरी तक 350 किलोमीटर का सफर तय करने वाली पतित पावनी यमुना करीब एक सैंकड़ा विशालकाय नालों का दंश झेल रही है।

गुरुवार, 14 फ़रवरी 2013

दूल्‍हा तलाशना आसान मगर मोदी के लिए....

अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए सुरक्षा गार्ड ढूंढना दुल्हा तलाशने से कम नहीं है। सुरक्षा में लगने वाले गार्ड के लिए यह जरूरी होता है कि उसे कोई बुरी लत न हो।
मसलन वह तंबाकू नहीं चबाता हो, गुटखा नहीं खाता हो और शराब नहीं पीता हो। शराब नहीं पीने वाले गार्ड चुनना काफी मुश्किल काम है क्योंकि गुजरात पुलिस के ज्यादातर पुलिसकर्मियों को कथित रूप से शराब पीने की लत है।
पिछले दो साल में पुलिस के दस कमाण्डो को मोदी की सुरक्षा से हटा दिया गया। इनके खिलाफ विभागीय जांच भी चल रही है। इन कमाण्डो को इसलिए मोदी की सुरक्षा से हटाया गया क्योंकि वे तंबाकू चबाने की आदत नहीं छोड़ पा रहे थे।

सोमवार, 11 फ़रवरी 2013

....तो सेक्स खरीदना पूरी तरह से गैर कानूनी हो जाएगा

अगर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से प्रस्तावित संशोधन पारित हो गया तो सेक्स खरीदना पूरी तरह से गैर कानूनी हो जाएगा। इममोरल ट्रैफिकिंग प्रिवेंशन एक्ट(आईटीपीए) में संशोधनों पर तैयार कैबिनेट नोट को पिछले हफ्ते सरकार ने सर्कुलेट किया है।
इसमें कहा गया है कि सेक्स खरीदने के इरादे से चकलाघर जाने वाले व्यक्ति को सजा होनी चाहिए। आईटीपीए में चकलाघर की परिभाषा काफी व्यापक है। इसमें कहा गया है कि केवल रेड लाइट डिस्ट्रिक्ट ही नहीं बल्कि घर,होटल,रूम या अन्य किसी सुविधाजनक जगह पर किसी ग्राहक का सेक्स वर्कर को लाना चकलाघर की श्रेणी में आता है।

ये कैसा मोक्ष: एबुंलेंस तक मयस्‍सर नहीं

भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजन बेहद नाराज़ हैं क्योंकि प्रशासन मृतकों के शवों को ले जाने के लिए एबुंलेंस तक मुहैय्या नहीं करा रहा है.
इलाहाबाद के स्वरुप रानी मेडिकल कॉलेज में मृतकों के परिजन आए हुए हैं और पोस्टमार्टम के बाद शवों को ले जा रहे हैं.

परिजन खुद ही कफन लेकर आए हैं और गाड़ियों की व्यवस्था भी खुद ही कर रहे हैं. लोगों में इस बात को लेकर बहुत गुस्सा है.
अभी तक कोई आला अधिकारी भगदड़ की घटना के बाद इलाहाबाद नहीं पहुंचा है. इतना ही नहीं, सरकार को कोई मंत्री भी यहां नहीं आया है.
कुंभ मेला आयुक्त देवेश चतुर्वेदी जब अस्पताल में पहुंचे तो लोगों ने उनके खिलाफ़ नारेबाज़ी की और उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया.
हालात ये हैं कि पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के परिजन शवों को लेकर बैठे हुए हैं कि उन्हें कोई गाड़ी मिले ताकि वो अंतिम संस्कार के लिए लाश ले जा सकें.

शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2013

सरकार करप्‍ट और उद्योगपतियों की मददगार

VINOD RAY
कई नीतिगत मुद्दों पर सरकार को कठघरे में खड़ा करने वाले सीएजी विनोद राय ने इस बार सरकार के कामकाज के तरीके पर ही सवाल उठा दिया है। उन्होंने देश में नहीं, एक इंटरनेशनल मंच से सरकार पर हमला बोला है।
विनोद राय ने कहा कि सरकार करप्शन को खत्म नहीं कर पा रही है। वह उद्योगों को नहीं, उद्योगपतियों को मदद कर रही है।
प्रतिष्ठित हार्वर्ड केनेडी स्कूल में आयोजित एक सेमीनार में गुरुवार को सीएजी ने कहा कि सरकार सीएजी को ऑडिट करने वाले अकाउंटेंट से ज्यादा नहीं समझती लेकिन सीएजी नौकरशाहों, नेता और पूंजीपतियों के बीच सांठगांठ का पर्दाफाश करता रहेगा। विनोद राय ने कहा कि सरकार को उद्योगों को समर्थन करने वाली नीतियां बनानी चाहिए, ना कि किसी खास पूंजीपति के समर्थन के लिए नीतियां बनें।
कांग्रेस ने कैग के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस के महासचिव दिग्विज सिंह ने कहा, 'कैग का काम ऑडिट करना है। कैग पॉलिसी बनाने लगेगा तो हम लोग क्या करेंगे? क्या वह पीएम बनना चाहते है?'

बुधवार, 6 फ़रवरी 2013

पाकिस्‍तान एक फर्जी देश: काटजू

प्रेस परिषद् के अध्यक्ष मार्कण्डेय काटजू की नज़र में पाकिस्तान एक 'फ़र्ज़ी' देश है जिसे ब्रितानियों ने बनावटी द्विराष्ट्रीय सिद्धांत के तहत बनाया.
दिल्ली विश्व विद्यालय में एक परिचर्चा के तहत बोलते हुए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कण्डेय काटजू ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि अगले 15-20 वर्षों में भारत व पाकिस्तान फिर एक हो जाएंगे और एक मज़बूत, शक्तिशाली, धर्म निरपेक्ष एवं आधुनिक विचारों वाली सरकार सत्ता में आयेगी.
उन्होंने हाल में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों का सिर काटे जाने के बाद संचार माध्यमों द्वारा युद्दोन्माद पैदा किए जाने की निंदा की.
ब्रितानियों ने मूर्ख बनाया

मंगलवार, 5 फ़रवरी 2013

2जी मामले में अटार्नी जनरल ने किया बड़ा खुलासा

अटार्नी जनरल जी ई वाहनवती ने 2जी मामले की जांच कर रहे संसदीय दल से आज कहा कि 2008 में स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए आवेदन आमंत्रित करने के मामले में जिस प्रेस नोट को उन्होंने मंजूरी दी थी, उसे जारी करने से पहले बदल दिया गया था।
सूत्रों ने कहा कि टूजी घोटाला मामले में संयुक्त संसदीय के समक्ष उपस्थित होने वाले वाहनवती ने कहा कि दूरसंचार मंत्रालय ने उन्हें एक प्रेस नोट दिखाया था, जिसे उन्होंने मंजूरी दी थी। समझा जाता है कि उन्होंने समिति से कहा कि कुछ दिनों बाद जारी किए गए प्रेस नोट से कुछ बातें गायब थीं।

सोमवार, 4 फ़रवरी 2013

मुखबिरों के झूठ से इंटेलीजेंस एजेंसियां परेशान

मुखबिरों से मिल रही गलत सूचनाओं की वजह से भारत की खुफिया एजेंसियों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। पिछले कुछ वक्त से भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से खुफिया एजेंसियों को जिस तरह की गलत सूचनाएं मिल रही हैं, उससे यह शंका पैदा हो गई है कि कहीं मुखबिर सिर्फ पैसा लेने के लिए तो मनगढ़ंत बातें बता रहे हैं?
सूत्रों के मुताबिक 8 जनवरी को लांस नायक हेमराज का सिर काटे जाने की घटना पर इंटेलिजेंस ब्यूरो और मिलिटरी इंटेलिजेंस ने एक जैसी रिपोर्ट बनाई थी। एजेसियों की खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद ने घटना के कुछ दिन पहले पीओके में आकर भारतीय जवानों के खिलाफ जहर उगला था। मगर बाद में पता चला कि यह खबर पुख्ता नहीं थी। दोनों इंटेलिजेंस एजेंसियों को यह जानकारी मुखबिरों से मिली थी। काफी सालों से इंटेलिजेंस सर्विसेज से जुड़े एक सीनियर ऑफिशल का मानना है कि दोनों एजेसियों को एक ही सोर्स से जानकारी मिली थी।

ताज साहित्य उत्सव में मैस्‍से ने कहा शोभा डे को पोर्न लेखिका


रेजिनाल्‍ड मैस्‍से 
शोभा डे
ताजसाहित्य उत्सव में मशहूर एनआरआई लेखक रेजिनाल्‍ड मैस्‍से ने लेखिका शोभा डे के बारे में विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि शोभा डे खूबसूरत हैं, स्‍टाइलिश कपड़े पहनती हैं, लेकिन गंभीर लेखक नहीं हैं। वह सॉफ्ट पोर्नोग्राफी लिखती हैं। उनके लेखन में साहित्‍यिक बातें नहीं होती।
मैस्से के लिए उत्सव के समापन के बाद भी सेंट जोंस कॉलेज में विशेष व्‍याख्‍यान आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि स्‍टाइल और लुक का लाभ लेना शोभा डे की कला है। सॉफ्ट पोर्नोग्राफी किसी तरह का साहित्‍य नहीं हो सकता है। यदि आयोजन समिति के लोग यदि उनके संपर्क में हों, तो मेरा यह संदेश जरूर पहुंचा दें।
उन्होंने कहा कि भारतीय लेखकों में अहंकार समाया हुआ है। वे मजदूर की तरह लेखक हैं। इसलिए, लेखकों को अपने बौद्धिक संपदा अधिकार के संरक्षण के लिए ट्रेड यूनियन बनाना चाहिए। कविता और दर्शन (फिलॉसफी) अलग-अलग चीजें हैं। कविता में फिलॉसफी शामिल करना बेहद गलत है।
उन्‍होंने अरविंदो घोष का उदाहरण देते हुए कहा कि घोष की कविताएं इसी वजह से क्‍लिस्‍ट हैं। सबसे अच्‍छी कविताएं वही होती हैं, जो लोगों तक आसानी समझ में आ सके।

रविवार, 3 फ़रवरी 2013

क्या है PIL (जनहित याचिका)

देश के हर नागरिक को संविधान की ओर से छह मूल अधिकार दिए गए हैं। ये हैं : समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के खिलाफ अधिकार, संस्कृति और शिक्षा का अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार और मूल अधिकार पाने का रास्ता।

अगर किसी नागरिक (आम आदमी) के किसी भी मूल अधिकार का हनन हो रहा है, तो वह हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मूल अधिकार की रक्षा के लिए गुहार लगा सकता है। वह अनुच्छेद-226 के तहत हाई कोर्ट का और अनुच्छेद-32 के तहत सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकता है।

अगर यह मामला निजी न होकर व्यापक जनहित से जुड़ा है तो याचिका को जनहित याचिका के तौर पर देखा जाता है। पीआईएल डालने वाले शख्स को अदालत को यह बताना होगा कि कैसे उस मामले में आम लोगों का हित प्रभावित हो रहा है।

अगर मामला निजी हित से जुड़ा है या निजी तौर पर किसी के अधिकारों का हनन हो रहा है तो उसे जनहित याचिका नहीं माना जाता। ऐसे मामलों में दायर की गई याचिका को पर्सनल इंट्रेस्ट लिटिगेशन कहा जाता है और इसी के तहत उनकी सुनवाई होती है।

दायर की गई याचिका जनहित है या नहीं, इसका फैसला कोर्ट ही करता है।

पीआईएल में सरकार को प्रतिवादी बनाया जाता है। सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट सरकार को उचित निर्देश जारी करती हैं। यानी पीआईएल के जरिए लोग जनहित के मामलों में सरकार को अदालत से निदेर्श जारी करवा सकते हैं।

शुक्रवार, 1 फ़रवरी 2013

यूपी के स्कूल में लादेन ने मांगा जॉब !

साल 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में अमरीकी हमले में दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी और अल कायदा का सरगना ओसामा बिन लादेन मारा गया था पर विश्वास करें या नहीं लेकिन वह उन लाखों उम्मीदवारों में शामिल है जिसने यूपी के प्राइमरी स्कूल में टीचर की जॉब के लिए एप्लाई किया है।
ओसामा ने अपने पिता का नाम बिल क्लिंटन बताया है, जो अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति हैं। आगरा के ओसामा ने अकेले जॉब के लिए एप्लाई नहीं किया है। अयोध्या के राम जन्मभूमि के रहने वाले जय श्रीराम ने भी जॉब के लिए एप्लाई किया है। जय श्रीराम ने पिता का नाम दशरथ बताया है।
जय श्रीराम एग्जाम में हमेशा अव्वल आया है। उसने हर एग्जाम में 100 फीसदी अंक पाए हैं।
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