मंगलवार, 28 मई 2013

'स्‍वामी नारायण' का साधु सेक्‍स स्‍कैंडल में फंसा

अहमदाबाद । अक्‍सर विवादों में रहने वाले स्‍वामी नारायण संप्रदाय का एक साधु सेक्‍स स्‍कैंडल में फंस गया है। साधु को एक सीडी में एक वेश्‍या के साथ पैसे देकर सेक्‍स करते हुए दिखलाया गया है। स्‍वामी नारायण संप्रदाय दुनिया के सबसे अमीर संप्रदायों में से एक है। यहां के साधुओं को पहले भी कई बार समलैंगिक क्रियाओं और सेक्‍स स्‍कैंडल में पकड़ा जा चुका है।
गुजरात पुलिस ने तीन शख्‍स को सीडी बनाने के आरोप में अरेस्‍ट कर लिया है। इन तीनों पर आरोप है कि उन्‍होंने साधु को ब्‍लैकमेल करने के लिए वेश्‍या के साथ सेक्‍स करते हुए सीडी बनाई।

ये 'बिजली' ले डूबेगी अखिलेश बाबू

(लीजेण्‍ड न्‍यूज़ विशेष)
उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में मिली अप्रत्‍याशित सफलता की तरह समाजवादी पार्टी 2014 के लोकसभा चुनावों में भी सफलता पाने के ख्‍वाब संजोये हुए है। पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव सोचे बैठे हैं कि इस बार के लोकसभा चुनाव उन्‍हें दिल्‍ली का किंग न सही लेकिन किंगमेकर जरूर बनवा सकते हैं।
सोचें भी क्‍यों नहीं, आखिर उत्‍तर प्रदेश न सिर्फ उनके सर्वाधिक प्रभाव वाला सूबा है बल्‍कि दिल्‍ली की गद्दी पर काबिज होने का रास्‍ता भी यहीं से बनता है।
अब जबकि लोकसभा चुनावों की आहट सुनाई देने लगी है तो यह सवाल स्‍वत: पैदा हो जाता है कि क्‍या वाकई मुलायम सिंह अपने मकसद में सफल होंगे ?
इस सवाल का जवाब देने से पहले उत्‍तर प्रदेश की वर्तमान परिस्‍थितियों पर नजर डालनी लाजिमी है।
देशभर की राजनीति को प्रभावित करने वाले यूपी की कमान बड़ी हसरत के साथ जनता ने समाजवादी पार्टी को और पार्टी ने अपने युवराज अखिलेश यादव को सौंपी थी क्‍योंकि ऐसा माना गया कि सपा की अप्रत्‍याशित जीत में अखिलेश की बड़ी भूमिका रही।
जनता ने मुलायम तथा सपा से अधिक उस चेहरे पर भरोसा किया जो ताजगी तथा उत्‍साह से भरपूर था और जिसके अंदर कुछ कर गुजरने का जज्‍बा दिखाई देता था।
किसी हद तक यह बात सही भी थी लिहाजा जनता ने भी अखिलेश का खै़र मक़दम किया।
अब अखिलेश को यूपी की कमान संभाले हुए सालभर से करीब दो महीने अधिक बीत चुके हैं पर उनका रिपोर्ट कार्ड आमजन को निराश करता है।
बेशक अखिलेश यादव जनता से किए गये चुनावी वादों को निभाने में लगे हैं लेकिन प्रदेश पर उनकी पकड़ हर रोज ढीली होती जा रही है।

3 दिन की हिरासत में भेजे गए एमवे चीफ

वायानाड । नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी एमवे के भारत में प्रमुख और मुख्य कार्यकारी विलियम एस पिंकने समेत तीन अधिकारियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
वित्तीय अनियमितताओं से जुडे़ मामले में सोमवार को कंपनी के तीनों अधिकारियों को केरल के वायानाड के गिरफ्तार किया गया था.
पिंकनी और एमवे के दो डायरेक्टर संजय मल्होत्रा और अंशु बुधराजा के खिलाफ प्राइज़ चिट्ज़ एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम एक्ट के तहत 3 मामले दर्ज किए गए हैं.
एमवे के अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही एक महिला की शिकायत पर हुई है, जिन्होंने दावा किया था कि एमवे के नेटवर्क से उनका वित्तीय नुकसान हुआ है.
वायानाड के पुलिस अधिक्षक एवी जॉर्ज ने बताया कि एमवे के तीन अधिकारियों के खिलाफ गैर-ज़मानती वारंट जारी किया गया था और तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस तीनों को अदालत में पेश करने की तैयारी कर रही है.
कुछ हफ्ते पहले भी पुलिस ने विलियम एस पिंकनी और कंपनी के डायरेक्टर संजय मल्होत्रा और अंशु बुधराजा से पूछताछ की थी लेकिन अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
पिछले साल क्राइम ब्रांच की वित्तीय अपराध शाखा ने थ्रिशूर, कोझीकोड और कन्नूर में स्थित एमवे के दफ्तरों में छापा मारा था. एमवे के ऑफिस और गोदामों में मिले सामानों को भी जब्त कर लिया गया था.
इसी बीच एमवे ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कंपनी केरल पुलिस का पूरा सहयोग कर रही है.
विज्ञप्ति में कहा गया कि कंपनी के गिरफ्तार किए गए तीनों अधिकारी सीबी-सीआईडी के हर सवाल का जवाब देने के लिए पहले भी प्रस्तुत रहे हैं.(एजेंसी)
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