सोमवार, 31 मार्च 2014

फिक्‍सिंग ही नहीं IT की भी जांच के घेरे में हैं माही-साक्षी

नई दिल्ली। 
टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी एक और विवाद में घिरते दिख रहे हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट रीयल्टी कंपनी आम्रपाली ग्रुप के चेयरमैन अनिल शर्मा की ओर से धोनी को मिले 75 करोड़ रुपये के चार पोस्ट डेटेड चेकों की जांच कर रहा है। डिपार्टमेंट की रांची यूनिट इस बात की जांच कर रही है कि ये चेक टैक्स के दायरे में आते हैं या नहीं।
आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग मामले की सुनवाई के दौरान अदालत में उनका नाम घसीटे जाने की वजह से धोनी पहले से ही परेशान हैं। मीडिया में यह रिपोर्ट आई थी कि इससे खिन्न होकर उन्होंने चेन्नै सुपरकिंग्स की कप्तानी छोड़ने की पेशकश कर डाली है, हालांकि बाद में उनके प्रवक्ता ने इसका खंडन किया था। ऐसे में चेक का मामला उनकी परेशानी बढ़ा सकता है।
जानकारी के मुताबिक, अनिल शर्मा की ओर से धोनी को चारों चेक वित्त वर्ष 2011-12 में जारी किए गए थे और इन्‍हें 2014 में कैश कराया जाना था। धोनी आम्रपाली ग्रुप के ब्रैंड ऐम्बैस्डर भी हैं जबकि उनकी पत्नी साक्षी सिंह रावत आम्रपाली माही डिवेलपर्स में 25% की हिस्सेदार हैं। आम्रपाली माही डिवेलपर्स, आम्रपाली ग्रुप और धोनी का जाइंट वेंचर है।
आम्रपाली के सूत्रों ने बताया कि मीडिया रिपोर्ट्स और पिछले साल अगस्त में कंपनी के दिल्ली और उत्तर प्रदेश स्थित ऑफिसों पर छापे के बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने चेकों को लेकर ब्योरा मांगा है। नाम न जाहिर करने की शर्त पर कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि अधिकारियों को बुलाकर पूछताछ की गई है और जांच डिपार्टमेंट की रांची यूनिट को सौंप दी गई है। इस मामले में विभाग जल्द ही धोनी का पक्ष भी जानेगा।
चेकों को लेकर धोनी और आम्रपाली ग्रुप की अलग-अलग बात कही है। धोनी के प्रवक्ता ने कहा कि आम्रपाली माही डिवेलपर्स में धोनी ने जो निवेश किया है, ये चेक बतौर उसकी सिक्‍यॉरिटी दिए गए। आम्रपाली ग्रुप ने कहा कि आम्रपाली माही डिवेलपर्स को रांची में एक क्रिकेट अकादमी बनानी थी और ये चेक उसी काम की गारंटी के लिए दिए गए थे लेकिन काम शुरू न हो पाने की वजह कप्तान ने इन्हें लौटा दिया। हालांकि, जब आम्रपाली के प्रवक्‍ता से पूछा गया कि चेक आम्रपाली माही डेवलपर्स के बजाय धोनी के नाम पर क्‍यों जारी किया गया तो वह जवाब नहीं दे सके।
धोनी के प्रवक्ता अरुण पांडे ने बताया, 'मुझे धोनी के वित्तीय मामलों की जानकारी नहीं है लेकिन जहां तक मुझे ध्यान है ये चेक धोनी को आम्रपाली में किए गए निवेश की सिक्यॉरिटी के तौर पर दिए गए थे।
-एजेंसी

रविवार, 30 मार्च 2014

60 सालों का सबसे बड़ा करप्‍शन स्‍कैंडल

बीजिंग। 
चीनी अधिकारियों ने चीन के पूर्व मुख्य सुरक्षा अधिकारी झोऊ योंगकांग के रिश्तेदारों से 14.5 बिलियन डॉलर (तकरीबन 800 अरब रुपए) की संपत्ति जब्त की है। इसे पिछले छह दशकों में अब तक का सबसे बड़ा करप्शन स्कैंडल बताया जा रहा है। झोऊ के 300 से ज्यादा रिश्तेदारों, राजनैतिक सहयोगियों और स्टाफ सदस्यों को पिछले चार हफ्तों की पूछताछ के बाद हिरासत में लिया गया है। स्कैंडल की जांच में शामिल अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर सूत्रों ने समाचार एजेंसी को यह बताया।
पिछले साल जांच शुरू किए जाने के बाद 71 वर्षीय झोऊ को उनके घर में नजरबंद किया गया था। साल 1949 में कम्युनिस्ट पार्टी के सत्ता में आने के बाद पहली बार भ्रष्टाचार के इतने बड़े मामले में कोई वरिष्ठ राजनेता फंसा है।
नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर चीनी राजनीति के एक सक्रिया नेता ने बताया, "इस घटना ने चीन की छवि को धूमिल किया है। यह देश पर लगा बदनुमा दाग है।"
चीन की सरकार ने अभी तक झोऊ के बारे में कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। यह भी मालूम नहीं चला है कि झोऊ के रिश्तेदारों में से किसी ने कोई वकील किया है या नहीं।
साल 2007 में पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी ज्वाइन करने से पहले झोऊ, पब्लिक सिक्युरिटी विभाग में सिक्युरिटी चीफ के पद पर थे। साल 2012 में वह 18वीं पार्टी कांग्रेस से रिटायर हुए और उन्हें आखिरी बार चाइना यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम के एलुमनी प्रोग्राम में देखा गया।
सूत्रों के मुताबिक, सरकार के एंटी करप्शन निगरानी दल ने कई बैंक अकाउंट्स को सीज किया है, जिनमें 37 बिलियन युआन जमा थे। इसके अलावा बीजिंग, शंघाई सहित पांच प्रांतों में स्थित घरों में मारे गए छापे में 51 बिलियन युआन वैल्यू के डोमेस्टिक और ओवरसीज बॉंड्स जब्त किए गए।
जांचकर्ताओं को 1.7 बिलियन युआन वैल्यू के 300 अपार्टमेंट्स और बंगलों की जानकारी भी मिली है। 1 बिलियन युआन कीमत की प्राचीन वस्तुएं और 60 से ज्यादा गाड़ियां जब्त की गई हैं। महंगी शराब, सोना, चांदी और विदेशी करंसी भी जब्त की गई।
जब्त की गई संपत्ति की कुल वैल्यू 90 बिलियन युआन है। माना जा रहा है कि जब्त की गई संपत्ति की कीमत को जनता के सामने कम करके बताया जा रहा है, ताकि सरकार को कम शर्मिंदगी झेलनी पड़े।
-एजेंसी

मंगलवार, 25 मार्च 2014

हर सिक्‍के के दो पहलू होते हैं

पॉर्न को लेकर समाज में बहुत अच्छे विचार नहीं हैं। इसे अश्लीलता और मानसिक विकृति के साथ जोड़ कर देखा जाता है। लेकिन जिस तरह से हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, ठीक उसी तरह पॉर्न भी हमेशा गलत ही हो, यह जरूरी नहीं। एक नए रिसर्च में पॉर्न के पॉज़िटिव पहलूओं पर ध्यान दिलाया गया है। साथ ही इसमें बताया गया है कि पॉर्न अडिक्शन जैसा कुछ भी नहीं होता।
पॉर्न देखने वाले लोगों के लिए रिसर्च में कहा गया है कि यह सेक्शुअल रिलेशन को ज्यादा मजबूत बनाता है। अपने पार्टनर के साथ पॉर्न देखने वाले लोग सेक्स लाइफ में ज्यादा संतुष्ट और खुश रहते हैं। साथ ही इससे एक्सट्रा मैरिटल अफेयर के भी होने का चांस भी घटता है।
स्प्रिंगर जर्नल में छपी रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार सेक्शुअल रिलेशन में एक समय के बाद आने वाली नीरसता को भी पॉर्न के माध्यम से कम या खत्म किया जा सकता है। रिसर्च में इसे पार्टनर के बीच की ऐसी कड़ी बताया गया है जो रिश्ते को बनाए रखता है और गरमाहट भी प्रदान करता है।
पॉर्न देखने वाले लोगों को लेकर एक भ्रम यह भी समाज में है कि वे इसके अडिक्शन का शिकार हो जाते हैं। रिसर्च में इसे एक भ्रम ही बताया गया है और कहा गया है कि सही मायने में ऐसा कुछ भी नहीं होता।
सेक्स से जुड़े अपराधों के रोकथाम और कमी के बारे में भी इस रिसर्च में चौंकाने वाले बातें बताई गईं हैं। रिसर्च के अनुसार ऐसे सेक्स ऐक्टिविटी, जिन्हें हम गैर-कानूनी या असामाजिक मानते हैं (रेप, एनल सेक्स, हस्तमैथुन आदि) को पॉर्न के जरिए कम किया जा सकता है। सेक्स संबंधी मानसिक कुंठा को कम करने का रास्ता है पॉर्न।
-एजेंसी

चंदे में धंधा: गिरफ्तार होगी तीस्‍ता और उसका पति जावेद

अहमदाबाद। 
गुजरात की अहमदाबाद सेशन कोर्ट ने सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड और उनके पति जावेद आनंद की अग्रिम जमानत याचिका ख़ारिज कर दी है. अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने आगे की जानकारी देते हुए बताया है कि वे इस मामले में गुलबर्ग सोसाइटी के बाकी निवासियों का बयान लेंगे और इसके बाद तीस्ता और अन्य को गिरफ़्तार करने के बारे में फ़ैसला लेंगे.
अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच शाखा ने तीस्ता शीतलवाड़, उनके पति जावेद आनंद और स्वर्गीय कांग्रेस सांसद एहसान जाफ़री के बेटे तनवीर के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज की है.
कोर्ट ने जमानत याचिका ख़ारिज करते हुए कहा कि तीस्ता और अन्य चार अभियुक्तों पर प्रत्यक्ष जांच की जाएगी.
अभियोग पक्ष के विशेष वकील अजय चोकसी ने बताया, "जज ने कहा कि तीस्ता और अन्य पर लगे आरोप प्रत्यक्ष तौर पर जाँच के लायक हैं और ऐसा नज़र आता है कि केस में सबूतों को मिटाने की कोशिश की गयी है. इसलिए इन्हें अग्रिम जमानत नहीं मिल सकती."
अजय चोकसी ने बताया कि अदालत ने उन्हें उपस्थित होने का आदेश दिया है.
विशेष अभियोग पक्ष वकील चोकसी बताते हैं, "कोर्ट ने कहा कि तीस्ता और अन्य अभियुक्तों ने सुप्रीम कोर्ट में अपने खिलाफ लगे आरोपों को ख़ारिज करने के लिए जो याचिका दाखिल की है उसमें केस से जुड़ी सभी जानकारी नहीं दी है."
साल 2002 के दंगा पीड़ितों ने तीस्ता सीतलवाड और अन्य के ख़िलाफ़ उनके नाम पर विदेशी चंदा लेने और उसके दुरुपयोग का आरोप लगाया है.
गुजरात के अहमदाबाद की गुलबर्ग सोसायटी में हुई आगजनी और हमले में 69 लोग मारे गए थे. इसी आगजनी में फ़िरोज़ सईद ख़ान पठान ने अपने परिवार के तीन लोगों को खो दिया था. उनकी शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने यह मामला दर्ज किया है.
तीस्ता एवं अन्य लोगों पर भरोसा तोड़ने, धोखाधड़ी, और आपराधिक साजिश के आरोप लगे हैं. इस मामले की जाँच अहमदाबाद क्राइम ब्रांच के असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ़ पुलिस एनके पटेल कर रहे हैं.
क्राइम ब्रांच के असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ़ पुलिस एनके पटेल ने बीबीसी को बताया, “तीस्ता और अन्य पर आरोप है कि उन्होंने गुलबर्ग सोसाइटी और दूसरे दंगों में प्रभावित व्यक्तियों की तस्वीरें और वीडियो अपनी वेबसाइट पर लगाकर लोगों से दान देने की अपील की.”
शिकायत करने वाले फ़िरोज़ सईद ख़ान पठान ने शिकायत की थी कि दंगे में प्रभावित लोगों की तस्वीरों और वीडियो से तीस्ता की संस्था 'सिटीजंस फॉर जस्टिस एंड पीस' (सीजेपी) और 'सबरंग' को करोड़ों रुपये का दान मिला था.
पटेल ने बताया, “पठान ने आरोप लगाया है कि तीस्ता और अन्य अभियुक्तों ने वर्ष 2007 से 2011 के बीच दान की रक़म में से एक करोड़ 51 लाख रुपये का अपने निजी कामों के लिए इस्तेमाल किया है.
उन्होंने आगे कहा, "पठान के मुताबिक यह रुपया दंगा पीड़ितों की मदद के लिए और गुलबर्ग सोसाइटी में एक संग्रहालय बनाने के लिए इकट्ठा किया गया था.”

सोमवार, 24 मार्च 2014

पोर्न देखने में भी भारतीय हैं विश्‍व में नंबर वन

भारतीयों द्वारा इंटरनेट पर वेबसाइट्स देखने की आई रिपोर्ट ने सबको चौंका कर रख दिया है। इस रिपोर्ट में भारत में 2013 के दौरान सबसे ज्यादा एक्सेस की गई 100 वेबसाइट्स का नाम बताया गया है। लेकिन इसमें चौंकाने वाली बात ये है इन टॉप 100 मोस्ट वीवीड वेबसाइट्स में 6 पोर्न साइट्स हैं। अगर इसकी तुलना अमरीका से की जाए तो यह उससें कहीं ज्यादा है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली पोर्न वेबसाइट एक्सवीडियो डॉट कॉम है जो 100 में से 13वें नम्बर पर है। भारत में इस वेबसाइट को एक्सेस करने का आंकड़ा 20.78 फीसदी रहा जबकि अमरीका में यह 4.1 फीसदी रहा।
इतना ही नहीं, इस वेबसाट के अलावा भारतीय बहुत सारी पोर्न वेबसाइट्स देखने में अव्वल रहे जिनमें एक्सएन डॉट कॉम 100 सबसे ज्यादा देखी वेबसाइट्स में 33वें नम्बर रही।
बताया गया है कि पोर्न देखने के इस बढ़ते आंकड़े का कारण मोबाइल फोन्स हैं। लोग ऐसी वेबसाइट्स ज्यादातर सस्ती कीमत में उपलब्ध मोबाइल फोन्स पर एक्सेस करते हैं। रिपोर्ट में भारतीयों द्वारा सबसे ज्यादा एक्सेस की गई वेबसाइट फेसबुक डॉट कॉम, गूगल डाट सीओ डाट इन, गूगल डॉट कॉम तथा यूटयूब रही।
-एजेंसी

शनिवार, 22 मार्च 2014

सेक्‍स के बाजार में कभी मंदी नहीं आती

मुंबई। 
जब भी बॉलीवुड में सेक्स और कामुकता की बात आती है तो अभिनेत्री सनी लियोन का नाम सबसे पहले जुबान पर आता है। सनी को भी अपने बोल्डनेस से कोई परहेज नहीं है। वे अपने सेक्सी अवतार से खुश हैं और कहती हैं कि सेक्स 'मंदी' से प्रभावित नहीं होता है। अपनी फिल्म 'रागिनी एमएमएस 2' के प्रमोशन के दौरान सनी ने संवाददाताओं से कहा कि 'मुझे इस बात में कोई बुराई नहीं लगती है कि फिल्मों में सेक्स अपील ज्यादा होने लगी है। सनी कहती हैं कि जिस चीज की मार्केटिंग से फिल्म को फायदा पहुंचता है उसके इस्तेमाल में नुकसान नहीं है।' उन्होंने साफ कहा कि हर क्षेत्र में मंदी का दौर चल रहा है, लेकिन सेक्स में कभी मंदी नहीं आती, ये हमेशा चलने वाला बाजार है। सनी ने कहा कि, 'मेरी फिल्मों में बोल्डनेस ज्यादा होती है और लोगों को वो पसंद भी आती है। दर्शक यही देखना चाहते हैं इसलिए हम उन्हें यही दिखाते हैं।'
गौरतलब है कि कल सनी की फिल्म रागिनी एमएमएस 2 रिलीज हो गई है।

करोड़पति जनसेवकों के पास कहां से आया इतना पैसा?


1.  मीनाक्षी लेखी भी हैं 34 करोड़ की मालकिन

नई दिल्ली लोकसभा सभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी एवं पार्टी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने शुक्रवार को नामांकन के दौरान दायर हलफनामे में अपनी कुल चल-अचल संपत्ति 34 करोड़ रुपए बतायी है. यह लेखी, उनके पति और दोनों बच्चों की संयुक्त संपत्ति है. लेखी के पास 1,170 ग्राम सोने के गहने हैं जिनकी कीमत 32 लाख रुपये है जबकि 390 ग्राम पोल्की है जिनका मूल्य 13 लाख रुपए है.
लेखी और उनके पति सात करोड़ रुपये की चल संपत्ति के जबकि 27.9 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति के मालिक हैं. लेखी के पति पर 32 लाख रुपए की देनदारी भी है.

2.
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र व महरौली से विधायक प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने बताया है कि उनके पास कुल 10.72 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति है. उनके पास 75 लाख रुपये कीमत की कृषि भूमि है जबकि उनकी पत्नी 3.50 करोड़ रुपये कीमत की कृषि भूमि की मालिक हैं. इसके अलावा दोनों पति पत्नी के नाम कुछ और भी अचल संपत्ति है.

3. 'आप' की शाजिया भी हैं खास: करोड़पति तो हैं हीं, 3 मुकद्दमे भी हैं

गाजियाबाद से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार शाजिया इल्मी मलिक ने शुक्रवार को नामांकन के दौरान निर्वाचन अधिकारी को जानकारी दी कि वह ग्रेटर कैलाश की रहने वाली है। वर्ष 2012-13 में उनकी आय 2 लाख 82 हजार 750 रुपए की है जबकि उनके पति साजिद मलिक की आय 2012-13 में 88 लाख 13 हजार 20 रुपए की है।
साथ ही उन्होंने निर्वाचन अधिकारी को बताया कि वह दो करोड़ 67 लाख 24702 की मालिकन हैं जबकि उनके पति 13 करोड़ 32 लाख 68 हजार 830 रुपए की संपत्ति है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 1995 में जर्नालिस्ट कोर्स तथा मास्टर इन मास कम्युनिकेशन दिल्ली से की है। शाजिया इल्मी मलिक पर भी तीन मुकदमें दर्ज है।
भाजपा उम्मीदवार जनरल वीके सिंह की 2012-13 में 54 लाख रुपए की आय है। उनकी अचल चल सम्पत्ति की कीमत 1 करोड़ 84 लाख 6 हजार 53 रुपए है जबकि उनकी पत्नी की सम्पत्ति 29 लाख 50 हजार 51 रुपए है। वीके सिंह पर तीन मुकदमें चल रहे हैं।
सिंह ने कहा कि फौजी किसी धर्म व जाति का नहीं होता वह गाजियाबाद की जनता की सेवा करने के लिए व समस्याओं को दूर करने के लिए गाजियाबाद आए हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो पार्टी 40 दिन में ही सरकार छोड़ भाग जाए वह क्या विकास कर सकेगी।
शाजिया इन दिनों प्रचार में लगी हैं और अपने नए अवतार के साथ वो घर-घर जाकर मिल रही हैं। शाजिया शुक्रवार को चुन्नी ओड़कर गाजियाबाद के प्राचीन दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर में मत्था टेकने पहुंची। उन्होंने यहां शिवलिंग पर दूध चढ़ाया और पूजा अर्चना कर संकल्प भी लिया। जिसके बाद आप समर्थकों के साथ उन्होंने मंदिर में दर्शन किए। मंदिर के महंत ने पूरी श्रद्धा से पूजा अर्चना करने पर शाजिया को जीत का आशीर्वाद भी दिया।
हालांकि इस दौरान उनके मंदिर में पूजा अर्चना करने को लेकर कुछ लोगों ने विरोध भी जताया, लेकिन मंदिर के महंत नारायण गिरी ने लोगों को यह कहकर शांत कराया कि मंदिर में सबको आने की छूट है।
शाजिया की कांग्रेस के राज बब्बर, आप की शाजिया और भाजपा वीके सिंह के बीच की जंग काफी रोचक होगी। क्योंकि, तीनों ही तीन अलग-अलग क्षेत्रों के हैं।
 
4. 
आप के प्रत्‍याशी और पूर्व पत्रकार आशुतोष ने घोषित की 8 करोड़ की संपत्‍ति



700 करोड़ के हवाला कारोबार का खुलासा

सूरत। 
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 700 करोड़ रुपये के लेने-देन वाले हवाला रैकेट का पर्दाफाश करने का दावा किया है. सूरत के एक हीरा व्यापारी के ऑफिसों की जांच के दौरान ईडी के अधिकारियों को इसके बारे में पता चला. उन्होंने अफरोज फाटा और मदनलाल जैन को हिरासत में लिया है.
निदेशालय के अधिकारी ने बताया, 'इन दोनों व्यापारियों ने कंपनी रजिस्ट्रार के पास दो या तीन हीरा व्यापार कंपनियां पंजीकृत करायी हुई हैं. उसके बाद उन्होंने दिसंबर 2013 में सूरत में तीन बैंक खाते खोले. अधिकारी ने बताया कि हीरा आयात किए बगैर वह फर्जी आयात बिल बनाते थे और उनका इस्तेमाल कर विदेशों में धन भेजते थे.
इस तरह से हीरे के आयात के बगैर धन भारत से बाहर जा रहा था. उन्होंने बताया कि उन्होंने तीन महीने के भीतर 700 करोड़ रुपये बाहर भेजे हैं. इनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
-एजेंसी

प्‍लास्‍टिक का शहीद सम्‍मान पदक और दंतेवाड़ा

बिंजाम। 
बिंजाम गाँव में उदासी छाई हुई है. यहाँ एक बार फिर मातम का माहौल है. किसी ने यहाँ के रहने वालों के ज़ख़्मों को फिर से हरा कर दिया है. इससे पहले वर्ष 2011 की नौ जून को यहाँ मातम तब पसरा था जब इसी गाँव के तीन नौजवान दंतेवाड़ा के कटेकल्याण के इलाक़े में हुए एक बारूदी सुरंग विस्फोट में मारे गए थे.
घटना में कुल दस जवान मारे गए थे जिनमें से तीन विशेष पुलिस अधिकारी- योगेश मडियामी, बख्शु ओयामी और चमनलाल बिंजाम के ही थे जबकि बाक़ी के छत्तीसगढ़ के दूसरे इलाक़ों से थे.
अगले साल, यानि 2006 में 26 जनवरी के दिन दंतेवाड़ा के कारली स्थित पुलिस लाइन में एक समारोह आयोजित कर मारे गए विशेष पुलिस अधिकारियों को सम्मान दिया गया. बस्तर की तत्कालीन प्रभारी मंत्री ने मारे गए जवानों के परिजनों को मैडल भी दिए.
मगर जवानों के परिवारों को झटका तब लगा जब सम्मान में दिए गए मैडलों का रंग उतरने लगा. पता चला कि यह सभी मैडल प्लास्टिक के हैं.
योगेश मडियामी के पिता रूपाराम मडियामी के लिए सम्मान का पदक दरअसल अब अपमान का पदक बन गया है. गाँव में बनी उनकी झोपड़ी की दीवार से टंगे-टंगे जैसे अब यह पदक उन्हें चिढ़ा रहा है.
दंतेवाड़ा से 12 किलोमीटर दूर अपने गाँव में जब बीबीसी से उनकी मुलाक़ात हुई तो वो काफ़ी आहत नज़र आए.
कहने लगे, "मंत्री लता उसेंडी ने पदक देते वक़्त हमसे कहा था कि यह सोने का है और इसे संभाल कर रखना. सोना क्या रहेगा, यह तो लोहे का भी नहीं है. अब पता चल रहा है कि यह तो प्लास्टिक का है. यह हमारे परिवार का सम्मान नहीं, बल्कि अपमान है."
नक्सल विरोधी अभियान के दौरान मारे जाने वाले सुरक्षा बल के जवानों को सरकार की तरफ़ से मुआवज़ा दिया जाता है. मगर योगेश और उनके साथ मारे गए जवान छत्तीसगढ़ पुलिस बल के सदस्य नहीं थे बल्कि वह विशेष पुलिस अधिकारी थे. इसलिए उन्हें मुआवज़े की रक़म भी कम मिली.
जिस तरह से मुआवज़े की रक़म दी गई वह भी कम अपमानजनक नहीं था. रूपाराम बताते हैं कि सबसे पहले उन्हें बेटे के दाह-संस्कार के लिए एक लाख रुपये दिए गए थे. फिर तीन महीने बाद उन्हें पांच लाख रुपये और मिले. कुछ ही दिनों बाद उनसे एक लाख रुपये वापस लौटाने को कहा गया.
सरकार की नीति के अनुसार, नक्सल विरोधी अभियान में मारे गए सुरक्षा बल के जवानों के परिजनों को अनुकम्पा के आधार पर स्थायी सरकारी नौकरी और मकान भी दिया जाता है.
बिंजाम के मारे गए विशेष पुलिस अधिकारियों के आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर नौकरी तो दी गई, मगर दैनिक वेतन भोगी की.
योगेश की बहन प्रभा को दंतेवाड़ा के कन्या छात्रावास में दैनिक वेतन भोगी चपरासी की नौकरी मिली. बख्शु ओयामी के भाई पन्द्रू ओयामी के भाई को बालक छात्रावास में रसोइये की नौकरी मिली जो अस्थाई है. इसी तरह चमनलाल की पत्नी को भी चपरासी की अस्थाई नौकरी दी गई.
मैडलों पर से रंग उतरता देख, मारे गए विशेष पुलिस अधिकारियों के परिवारों के चेहरे एक बार फिर बोझिल होने लगे हैं.
योगेश की माँ आमवारी के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे. वह अब बात करने की स्थिति में नहीं हैं. दो साल पहले के उनके ज़ख़्म एक बार फिर हरे हो गए हैं.
बस्तर के प्रभारी छत्तीसगढ़ के मंत्री केदार कश्यप ने बीबीसी से बात करते हुए घटना पर आश्चर्य ज़ाहिर किया और कहा कि वह पूरे मामले की जांच करवाएंगे.
वह कहते हैं, "ये एक गंभीर मामला है. हम सुनिश्चित करेंगे कि जिन पुलिस के जवानों ने अपनी जान देकर इलाक़े में शांति स्थापित करने के लिए क़ुर्बानी दी है, उन्हें पूरा सम्मान मिले."
एक मंत्री के दिए ज़ख्मों और दूसरे मंत्री के मरहम के बीच अब छत्तीसगढ़ में इस बात पर बहस छिड़ गई है कि नक्सल विरोधी अभियान में इतनी राशि के आवंटन के बावजूद मारे गए जवानों के परिजनों को रुसवाई क्यों उठानी पड़ रही है.
-सलमान रावी

गुरुवार, 20 मार्च 2014

फिक्सिंग: विंदु-मयप्पन के वॉयस सैंपल मैच

आईपीएल मैच फिक्सिंग मामले में एक बार फिर से गुरुनाथ मयप्पन और विंदू दारा सिंह की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। फॉरेन्सिक जांच में सामने आया है कि बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन के दामाद और चेन्नई सुपरकिंग्स से जुड़े रहे गुरुनाथ मयप्पन और बुकी विंदू दारा की आवाज बातचीत के टेप से मेल खाती है।
वहीं फॉरेन्सिक टीम ने अपनी रिपोर्ट मामले की जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम को सौंप दी है। आवाज मेल खाने के बाद दोनों के खिलाफ केस मजबूत हो गया है, और माना जा रहा है कि यह रिपोर्ट इस बात का पुख्ता सबूत हो सकती है कि मयप्पन ने टीम की अंदरूनी जानकारियां लीक कीं। अधिकारियों के पास टेलीफोन पर हुई इस बातचीत की ट्रांसस्क्रिप्ट है।
गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में क्राइम ब्रांच ने मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें मयप्पन और विंदू समेत 22 लोगों को आरोपी बनाया गया था। पाकिस्तानी अंपायर असद रउफ भी इस मामले में आरोपी हैं। इससे पहले बचाव पक्ष के वकील कोर्ट में यही दलील पेश कर रहे थे कि कथित आवाज उनके मयप्पन और विंदू की नहीं है। गौरतलब है कि गुरुनाथ मयप्पन पवन जयपुर, संजय जयपुर और चंद्रेश जैन उर्फ जुपिटर जैसे कई बुकीज के संपर्क में थे। 

शुक्रवार, 14 मार्च 2014

CBI की साइट हैक कर नौकरियां निकालीं

नई दिल्‍ली। 
सीबीआई की वेबसाइट हैक होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। हैकरों ने इस वेबसाइट पर इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर रैंक के अलावा अन्य रैंक की 9870 पोस्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगा। हर पोस्ट के लिए एक निर्धारित फीस भी रखी हुई थी। हैकरों ने फीस जमा करने के लिए आईडीबीआई बैंक का अकाउंट नंबर दिया हुआ था। इन सभी पोस्टों पर आवेदन करने की लास्ट डेट 31 मार्च रखी थी। सीबीआई को जब वेबसाइट हैक की जानकारी मिली तो इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हैकरों ने सीबीआई की वेबसाइट हैक करने के बाद उस ऊपर अलग-अलग पोस्टों पर भर्ती का विज्ञापन डाउनलोड कर दिया। विज्ञापन में इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, एएसआई, हेड कॉन्स्टेबल, कॉन्स्टेबल, फाइनैंशल एडवाइजर, फोटोग्राफर, कुक, धोबी और टेलर आदि की पोस्टें शामिल हैं। हैकरों ने हजारों लोगों को चूना लगाने की फुलप्रूफ तैयारी की हुई थी। सभी पोस्टों के लिए एक निर्धारित फीस तय की गई थी। सीबीआई में हॉयर रैंक पर स्टाफ सलेक्शन बोर्ड भर्ती करता है।
इंस्पेक्टर की 1905 पोस्ट पर आवेदन करने वाले आवेदक को 1550 रुपए की फीस जमा करानी थी। एसआई की 1419 पोस्टों के लिए 1250 रुपए, हेड कॉन्स्टेबल की 1269 पोस्ट के लिए 850 रुपए, सिपाही की 1703 पोस्ट के लिए 550 रुपये फाइनैंशल सलाहकार की 950 पोस्ट के लिए 1250 रुपए, एएसआई की एक हजार से ज्यादा पोस्ट के लिए 850 रुपए की फीस रखी गई थी। अन्य सभी पोस्टों के लिए 250 रुपए से लेकर 450 रुपए की फीस रखी गई थी।
हैकरों ने इन पोस्टों पर भर्ती की प्रक्रिया को दो चरणों में बांटा था। पहले चरण में उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट आदि की जांच होनी थी। दूसरे राउंड में अलग-अलग पोस्ट पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का इंटरव्यू, स्किल टेस्ट, उम्मीदवारों का मेडिकल और फिजिकल टेस्ट आदि होना था। वेबसाइट पर दिए गए विज्ञापन को देखकर कोई भी धोखा खा सकता था। सीबीआई को जब अपनी वेबसाइट हैक होने के बारे में पता चला तो सीबीआई ने धोखाधड़ी के आपराधिक षड्यंत्र के अलावा आईटी एक्ट की धारा-66डी के तहत मामला तो दर्ज कर लिया लेकिन अभी तक सीबीआई हैकरों का पता नहीं लगा पाई।
-एजेंसी

मंगलवार, 11 मार्च 2014

ब्रिटेन को भारतीय डाटा उपलब्‍ध करा रहा है वोडाफोन

नई दिल्ली। 
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निजी मोबाइल फोन सेवा प्रदान करने वाली कंपनी वोडाफोन पर आरोप लगाए हैं कि वह खुफिया तौर पर ब्रिटेन की गुप्तचर एजेंसी को देश के मोबाइल उपभोक्ताओ की सूचनाएं साझा कर रही है। हालांकि, कंपनी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। गृह मंत्रालय के आंतरिक सुरक्षा विभाग के दस्तावेज के मुताबिक, वोडाफोन ने कथित तौर पर ब्रिटेन स्थित गवर्नमेंट क्मयुनिकेशन हेडक्वार्टर्ज (जीसीएचक्यू) को नदियों के नीचे बिछे अपने केबल्स की असीमित खुफिया जानकारियां उपलब्ध करवाई हैं। इन केबल्स के जरिए दुनियाभर की ज्यादातर फोन कॉल्स और इंटरनेट का संचार होता है।
गृह मंत्रालय के दस्तावेज के मुताबिक, जीसीएचक्यू ने पिछले पांच साल मे अटलांटिक के पार ब्रिटेन तक बिछे केबल्स में खुफिया उपकरण लगाकर लोगों की गुप्तचर जानकारियां हासिल की। दस्तावेज में कहा गया है कि ऐसे काम में मदद करने वाले सहयोगी को ब्रिटेन पैसा दे रहा था।
मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि वोडाफोन और अमरीका स्थित वेरीजाने कंपनी ब्रिटेन की जीसीएचक्यू के साथ चोरी छिपे मिलकर उपभोक्ताओं के फोन कॉल्स, ईमेल और अन्य संचार माध्यमों का आदान-प्रदान करते हैं।
वोडाफोन से मंत्रालय के आरोपों के बारे में पूछा गया तो कंपनी ने कहा, भारत सरकार ने हम से ऐसी किसी भी चिंता का जिक्र नहीं किया है। टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनी ने यह आरोप भी खारिज कर दिया की वह उपभोक्ताओं की गुप्त सूचनाएं ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी से साझा कर रही है।
वोडाफोन ने कहा कि जिन जिन देशों मे वह अपनी सेवाएं दे रही है, वह वहां-वहां के कानूनों का पालन करती है। कंपनी ने गृह मंत्रालय के उस आरोप को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा गया है कि टैक्स चोरी कर रही है। उसने बयान जारी कर कहा कि कंपनी पर कभी भी टैक्स चोरी के आरोप नहीं लगे।
वहीं जीसीएचक्यू के एक बयान जारी कर कहा कि हमारे काफी पुरानी नीति है कि खुफिया मामलों पर हम कोई टिप्पणी नहीं करते।
-एजेंसी

रविवार, 9 मार्च 2014

सीएम से मिलने को देनी पड़ती है घूस!

लखनऊ। 
सपा छोड़कर भाजपा में पहुंचे कीर्तिवर्धन सिंह ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री से मिलने के लिए घूस देनी पड़ती है। सूबे के कृषि मंत्री आनंद सिंह के पुत्र कीर्तिवर्धन ने यहां पत्रकारों से कहा कि सपा सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। सीएम से मिलने के लिए उन्हें हर बार निजी सचिव को पांच हजार रुपये घूस देने पड़ते थे।
हालांकि उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया कि घूस किसे दी। पूर्व सांसद ने कहा कि गोवंश वध का विरोध कर आरोपियों को सजा दिलाने की मांग रखी तो उनका टिकट काट दिया गया था।
भाजपा में शामिल होने के बाद कृषि मंत्री आनंद सिंह के पुत्र कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भइया पूरी तरह भगवा रंग में दिखे।
भाजपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से मुखातिब होने के बाद उन्होंने पार्टी कार्यालय पर हुई पत्रकार वार्ता में सपा पर जमकर हमला बोला।
कीर्तिवर्धन ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में तीन दलों में शामिल होकर सबकी हालत जान ली है। कांग्रेस, बसपा, सपा तीनों ही जनता को बेवकूफ बना रहे हैं।
कहा, सपा में परिवारवाद इतना हावी है कि मुलायम सिंह यादव के परिवार का कोई ऐसा सदस्य नहीं है जो बालिग होने के बाद विधायक, सांसद या अन्य पद का लाभ न ले रहा हो।
उन्होंने कहा कि वह अकेले नहीं बल्कि सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुए हैं। जो नहीं शामिल हो सके, वे भी जल्द ही शामिल हो जाएंगे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिले के लखनऊ मार्ग के निर्माण के लिए ऐसा नहीं है कि किसी ने सवाल नहीं उठाया।
इसके लिए वे स्वयं, उनके पिता कृषि मंत्री कुंवर आनंद सिंह, राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह सहित कई नेता समय-समय पर आवाज उठाते रहे हैं लेकिन सपा में भ्रष्टाचार के चलते किसी की आवाज नहीं सुनी जा रही है।
उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बाप व बेटे का ड्रामा चल रहा है और जनता पिस रही है।
मुलायम सिंह यादव मंच पर ही डांटते हैं तो आजम खां हंसते नजर आते हैं। अखिलेश यादव कहते हैं कि पिता हैं और उन्हें डांटने का हक है। उनकी ब्यूरोक्रेसी नहीं सुनती।
टिकट मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि वह टिकट मिलने की शर्त में नहीं आए हैं। इस दौरान भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रमाकांत तिवारी, जिलाध्यक्ष अकबाल बहादुर तिवारी, शेष नरायण मिश्र, सूर्यनारायन तिवारी, डॉ. वीरेंद्र गोस्वामी, विद्याभूषण द्विवेदी, नीरज मौर्य, घनश्याम पांडेय, अतुल श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

गुरुवार, 6 मार्च 2014

सिर्फ भ्रष्‍ट और धोखेबाजों के लिए बनी 'खास आदमी पार्टी'

नई दिल्‍ली। 
एक ऐसे वक़्त में जब भारत के सभी राजनीतिक दल ख़ुद को ईमानदार और सच्चा साबित करने में लगे हैं, एक ऐसी पार्टी भी है जो भ्रष्ट और धोखेबाज़ लोगों को ही अपना सदस्य बना रही है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ इस पार्टी का नाम है ख़ास आदमी पार्टी (ख़ाप) और इसकी स्थापना की है नरेश सिंह भदौरिया ने. लोकसभा चुनावों से पहले इस तरह की पार्टी बनाने का मक़सद मनोरंजन के साथ ही मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था पर कटाक्ष करना भी है.
भदौरिया इससे पहले पोल खोल पार्टी भी बना चुके हैं और अब तक राजनाथ सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी, विनय कटियार और नवजोत सिंह सिद्दू के ख़िलाफ़ चुनाव भी लड़ चुके हैं.
पिछले चुनावों के दौरान मिले समर्थन से उत्साहित भदौरिया इस बार अमेठी से चुनाव लड़ने का इरादा रखते हैं. इस सीट से आम आदमी पार्टी ने कुमार विश्वास को अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सांसद हैं.
भदौरिया ने अमेठी में चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है. पीटीआई के मुताबिक़ इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ता जो बैनर लेकर चल रहे थे, उस पर लिखा था, "केवल भ्रष्ट, घोटालेबाज़, धोखेबाज़ लोग ही इस पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं."
भदौरिया ने पीटीआई को बताया कि उनका मक़सद भ्रष्टाचार की ओर लोगों का ध्यान खींचना है. उनके मुताबिक़, "मेरे लिए चुनाव परिणाम मायने नहीं रखते हैं क्योंकि मेरा मक़सद जीतना नहीं है, लेकिन मैं लोगों का ध्यान मुद्दों पर खींचना चाहता हूं."
ख़ाप का यह भी कहना है कि वो आम आदमी पार्टी को छोड़कर दूसरे राजनीतिक दलों के साथ चुनावी गठजोड़ करना चाहती है.
पीटीआई के मुताबिक़ ख़ाप का दावा है कि आम आदमी पार्टी को छोड़कर दूसरे राजनीतिक दलों से इस पार्टी के विचार और सिद्धांत काफ़ी मिलते हैं.
ख़ाप ने आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल को प्रमुख प्रतिस्पर्धी बताते हुए कहा है कि उसे केवल पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और जानेमाने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हज़ारे से ही डर है.
भदौरिया पेशे से वकील हैं. पीटीआई से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "हमें गंभीरता से नहीं लिया जाता लेकिन पिछले चुनावों में हमें हज़ारों वोट मिले हैं."
-एजेंसी

'सुभारती' में पाक जिंदाबाद के नारे: जांच शुरू

मेरठ स्थित सुभारती यूनिवर्सिटी के 67 कश्मीरी छात्रों को निलंबित किए जाने के बाद राज्य सरकार ने पूरे मामले की न्यायिक जांच शुरू कर दी है. इन छात्रों द्वारा पिछले रविवार को भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय में कुछ कश्मीरी छात्रों के पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद तनाव पैदा हो गया था.
मेरठ के जिला अधिकारी पंकज यादव ने बताया है कि जांच का ज़िम्मा अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया है जो पंद्रह दिनों के अन्दर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे.
इस निजी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर मंज़ूर अहमद ने कश्मीरी छात्रों के निलंबन को जायज़ ठहराते हुए कहा, "छात्रों की तरफ से इस तरह का आचरण स्वीकार्य नहीं है."
उनका कहना था कि कुछ कश्मीरी छात्रों ने न केवल पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाए, बल्कि हॉस्टल की संपत्ति को भी नुक़सान पहुंचाया.
वह कहते हैं कि इस तरह की हरक़त से विश्वविद्यालय परिसर में तनाव उत्पन्न हो गया था क्योंकि कई छात्रों नें उनका विरोध करना शुरू कर दिया.
विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि पाकिस्तान का समर्थन करने वाले सिर्फ़ 10-12 छात्र ही रहे होंगे, मगर हॉस्टल में रह रहे बाक़ी छात्रों ने किसी का नाम नहीं बताया इसलिए सामूहिक कार्यवाही की गयी है.
इस विश्वविद्यालय में कश्मीरी छात्रों की संख्या 300 के आसपास है. जिस घटना की बात की जा रही है, वह सिर्फ मदन ढींगरा हॉस्टल की है जबकि दूसरे हॉस्टलों में भी कश्मीरी छात्र रहते हैं.
घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में ही विरोध प्रदर्शन होने लगे और शायद यही वजह है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन ने बाक़ी कश्मीरी छात्रों से अपने हॉस्टलों में ही रहने को कहा है.
इन हॉस्टलों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है. स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार आर. के. गर्ग ने किसी भी कश्मीरी छात्र से मिलने के लिए अनुमति देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि इससे तनाव बढ़ सकता है.
कुछ छात्रों ने बताया कि घटना के बाद बाक़ी कश्मीरी छात्र अपने-अपने हॉस्टल में ही रह रहे हैं क्योंकि उनसे कहा गया है कि माहौल शांत होने तक कक्षाओं में नहीं जाएँ.
विश्वविद्यालय ने घटना की जांच के लिए अलग से एक कमेटी का गठन किया है जिसका नेतृत्व प्रोफ़ेसर जी के बंसल कर रहे हैं.
मेरठ के जिला अधिकारी का मानना है कि निलंबित किये गए सभी 67 कश्मीरी छात्र दोषी नहीं हैं. वह कहते हैं, "पता चल रहा है कि कुछेक छात्रों ने ऐसा किया. मगर सज़ा हॉस्टल में रह रहे सभी 67 छात्रों को मिली. हम सुनिश्चित करेंगे कि निर्दोष छात्रों के भविष्य पर इसका असर नहीं पड़े.''
वहीँ विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों ने बताया कि घटना में बेशक चंद कश्मीरी छात्रों का हाथ रहा हो मगर इसके लिए सभी कश्मीरी छात्रों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है. उनका यह भी मानना है कि जिन छात्रों ने क्रिकेट मैच के दौरान पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाए, उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही होनी चाहिए.
-लीजेण्‍ड न्‍यूज़

मंगलवार, 4 मार्च 2014

CM हुड्डा की दूसरी पत्‍नी आई सामने

चण्‍डीगढ़। 
इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के वरिष्ठ नेता और विधायक अभय सिंह चौटाला ने हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर एक पत्नी के रहते दूसरी शादी करने और दूसरी शादी से रजत नाम का एक 20 वर्षीय बेटा होने का दावा किया है। चौटाला ने यह मामला सोमवार को हरियाणा विधानसभा की प्रेस गैलरी में उठाते हुए हुड्डा की दूसरी पत्नी होने का दावा करने वाली शशि के द्वारा देहरादून के फैमिली कोर्ट के सामने हिंदू मैरेज ऐक्ट के तहत दायर कराई गई शिकायत के दस्तावेज का ब्योरा भी दिया।
इससे पहले सोमवार को हरियाणा विधानसभा में शून्यकाल शुरू होते ही आईएनएलडी के रामपाल माजरा ने यह मामला उठाया लेकिन स्पीकर कुलदीप शर्मा ने इसे सदन की कार्यवाही से निकाल दिया। दूसरी तरफ, हुड्डा ने इस मामले पर कुछ भी नहीं कहा है लेकिन उनके समर्थकों की ओर से इसे चरित्र हनन का मामला बताया गया है।
अभय चौटाला ने दावा किया कि उनके पास इसका अदालती हलफनामा है, जिसमें देहरादून के प्रेम नगर की रहने वाली शशि ने 13 दिसंबर 2013 को देहरादून फैमिली कोर्ट में 11 नवंबर 1992 को हुए उनके विवाह को बहाल किए जाने की गुहार लगाई है। चौटाला ने बताया कि शपथ पत्र के मुताबिक '1988-89 में शशि युवा कांग्रेस की सदस्य थीं और भूपेंद्र सिंह हुड्डा उस समय विपक्षी पार्टी में एक वरिष्ठ नेता थे। भूपेंद्र सिंह ने शशि को राजनीति में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और दोनों का मिलना-जुलना शुरू हो गया। भूपेंद्र सिंह ने विवाह करने का वायदा करके शशि को अपने प्रभाव में लिया और नई दिल्ली के जनपथ होटल में उससे संबंध बनाए। बाद में शशि को पता चला कि भूपेंद्र सिंह शादीशुदा हैं और उनकी पत्नी आशा जीवित है और एक बेटा भी है।
शशि ने अदालत में दायर मामले में कहा कि जब उसने भूपेंद्र सिंह से इस धोखाधड़ी के संबंध में बात की तो राजनीतिक भविष्य का वास्ता देकर और उन्होंने कहा कि आशा से उनका तलाक होने वाला है। उसके बाद भूपेंद्र सिंह ने घरवालों पर दबाव डालकर शशि का विवाह किसी अन्य व्यक्ति के साथ करा दिया, पर वह शादी नहीं चली। शशि ने अपनी शिकायत में कहा कि भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया है लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं कर सकता। 11 नवंबर, 1992 को भूपेंद्र सिंह ने दिल्ली में शशि के साथ बिरादरी के रीति-रिवाज के अनुसार विवाह कर लिया। शशि ने अपनी शिकायत में बताया कि 1 फरवरी, 1994 को भूपेंद्र सिंह से शशि को एक बेटा हुआ, जिसका नाम रजत है। याचिका में शशि ने अपना मौजूदा पता प्रेम नगर, देहरादून का दिया है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि वैसे वह किसी के पारिवारिक मामलों में दखल नहीं देते लेकिन एक विधायक के नाते उनके पास ये दस्तावेज आए हैं, यह बेहद गंभीर मामला है। उन्होंने मांग की कि कांग्रेस तुरंत मुख्यमंत्री हुड्डा को पद से हटाए और सच्चाई सामने लाने के लिए डीएनए टेस्ट कराए।
इन आरोपों का मुख्यमंत्री ने सीधे जवाब नहीं दिया, लेकिन उनके समर्थक और हरियाणा विधानसभा के पूर्व स्पीकर डॉ. रघुवीर सिंह कादियान और विधायक भारत भूषण बत्रा ने प्रेस गैलरी में पत्रकारों को बताया कि यह सीधे-सीधे मुख्यमंत्री का चरित्र हनन है। महिला ने देहरादून की अदालत में 17 दिसंबर, 2013 को हिंदू मैरिज ऐक्ट के तहत अर्जी दायर की थी। अदालत ने सुनवाई के लिए 24 जनवरी, 2014 तय कर दी। पर इससे पहले ही महिला ने अदालत में पेश होकर शपथ पत्र देकर अर्जी वापस लेने का आग्रह किया। इसे अदालत ने मंजूर करते हुए अर्जी निरस्त कर दी थी। इन लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि महिला विपक्ष के इशारे पर काम कर रही है।
-एजेंसी

सोमवार, 3 मार्च 2014

हम पनडुब्‍बियों पर नहीं, बम पर तैरते हैं सर...कुछ कीजिए

मुंबई। 
आईएनएस सिंधुरत्न हादसे की जांच में एक और खुलासा हुआ है। इस हादसे में महज 96 घंटे पहले लेफ्टिनेंट मनोरंजन कुमार ने वेस्टर्न कमांड के कुछ अफसरों से कहा था कि सिंधुरत्न और इसकी सहयोगी पनडुब्बियों को ऑपरेट करना 'बम पर तैरने जैसा है'। इन्हीं अफसरों में से एक ने इस बात खुलासा किया है।
22 फरवरी को नेवल ऑफिसर्स मेस में ले. मनोरंजन की इस अफसर से आखिरी बार बात हुई थी। अफसर ने मनोरंजन से हुई बातचीत का ब्यौरा ई-मेल के जरिये अपने साथियों से साझा की है। इसके मुताबिक ले. मनोरंजन यह जानते हुए भी कि पनडुब्बी को ऑपरेट करना खतरे से खाली नहीं है, अपनी ड्यूटी पर गए। क्योंकि उनके पास कोई और रास्ता नहीं था।
इस अफसर ने मनोरंजन के हवाले से 'हेडलाइंस टुडे' को बताया, 'सर, हम बम पर तैरते हैं। इन पनडुब्बियों की बैटरी इतनी पुरानी हो चुकी हैं कि दस गुना मेहनत के बाद भी इनसे दस गुना गैस निकलता है। हाइड्रोजन बर्नर भी काम नहीं कर रहे हैं।' जब इस अफसर ने ले. मनोरंजन से पूछा कि उसने इस मसले को कमांड के सामने क्यों नहीं उठाया तो मनोरंजन का जवाब था, 'सर, यह सभी को पता है। कमांडरों की कॉन्फ्रेंस में भी यह मुद्दा उठा था।'
गौरतलब है कि नेवी की पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरत्न मुंबई के पास समुद्र के पास 26 फरवरी को हादसे में मनोरंजन के साथ लेफ्टिनेंट कमांडर कपीश मुवाल शहीद हो गए थे।
-एजेंसी
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